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Showing posts with the label 20 January History

मौर्य साम्राज्य के बाद कौनसा शासक आया था और उसके प्रमुख शासक।

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  शिक्षा डेस्क : - वैसे तो भारत वीर और महान राजाओं, जिनकी वीरता और महानता इतिहास आज भी कह रहा है, की ही भूमि है लेकिन कभी कभी कुछ मामले ऐसे हो जाते हैं जिन्हें हम अपवाद कहने लगते हैं। ऐसे ही एक महाप्रतापी राजा हुए हैं जिनका नाम है पुष्यमित्र शुंग। आपको बता दें कि शुंग वंश की शुरुआत पुष्यमित्र शुंग से ही होती है। वह जन्मना ब्राह्मण और कर्मणा क्षत्रीय थे। क्यों पुष्यमित्र शुंग को मौर्य साम्राज्य का खात्मा करना पड़ा।  जब भारत में चन्द्रगुप्त मौर्य का शासन काल था तब ये कहानी आरम्भ होती है।  जैसा कि आपको मालूम ही होगा कि चन्द्रगुप्त मौर्य के गुरु स्वयं आचार्य चाणक्य थे।  आचार्य ने हमेशा ही राष्ट्रवाद को आगे ले जाने का मार्ग सबके लिए प्रशस्त किया।  लेकिन जब आचार्य चाणक्य की मृत्यु हुई तो चंद्रगुप्त मौर्य ने जैन धर्म अपना लिया और उसके प्रचार-प्रसार को बढ़ावा दिया।  शुंग कौन थे? :- अंतिम मौर्य सम्राट ब्रहद्रथ की हत्या करके पुष्यमित्र शुंग ने मौर्य साम्राज्य को समाप्त किया और एक नए वंश की नीवं रखी। यह नया वंश शुंग वंश के नाम से जाना जाता है। यह कहा जाता है कि जब ब्र...

सम्राट अशोक ने कौन सा धर्म अपनाया और उसके प्रमुख अभिलेख ।

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  शिक्षा डेस्क : - अशोक 269 ईसा पूर्व के लगभग मौर्य सिहांसन पर आसीन हुआ था। बहुत सारे इतिहासकार उसे प्राचीन विश्व का महानतम सम्राट मानते हैं। उसकी धम्म नीति विद्वानों के बीच निरंतर चर्चा का विषय रही है। इस लेख में हमने अशोक द्वारा भेजे गए धर्म-प्रचारको को सूचीबद्ध किया है।  मौर्य साम्राज्य की धार्मिक स्थिति  मौर्यो के आने से पूर्व बौद्ध तथा जैन धर्म का विकास हो चुका था जबकि दक्षिण में वैष्णव तथा शैव संप्रदाय भी विकसित हो रहे थे चंद्रगुप्त मौर्य ने अपना राज सिंहासन त्याग कर जैन धर्म अपना लिया और एक सच्चा जैन बन गया। सम्राट अशोक ने भी कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपना लिया था इसके बाद उन्होंने अपना संपूर्ण ध्यान धर्म के प्रचार में लगा दिया | अशोक के शिलालेख में अशोक के धम्म का उल्लेख भी मिलता है अशोक के धर्म का मतलब कोई धर्म या मजहब नहीं था बल्कि उनके धम्म का मतलब नैतिक सिद्धांत और शुद्ध आचरण था। उस समय ना तो इस्लाम का जन्म हुआ था और ना ही इसाई धर्म का। सम्राट अशोक में धर्म महामात्र नाम के पद वाले अधिकारियों की नियुक्ति की जिनका काम आम जनता में धम्म का प्रचार करना था । धर्...

मौर्य साम्राज्य की स्थापना और उसके प्रमुख शासक कौन -कौन थे।

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  शिक्षा डेस्क :- चन्द्रगुप्त मौर्य ने 322 ईसा पूर्व में इस साम्राज्य की स्थापना की और तेजी से पश्चिम की तरफ़ अपना साम्राज्य का विस्तार किया। उसने कई छोटे-छोटे क्षेत्रीय राज्यों के आपसी मतभेदों का फायदा उठाया जो सिकन्दर के आक्रमण के बाद पैदा हो गये थे। 316 ईसा पूर्व तक मौर्यवंश ने पूरे उत्तरी पश्चिमी भारत पर अधिकार कर लिया था। मौर्य साम्राज्य के शासनकाल के दौरान भारत एक विशाल क्षेत्र में फैला हुआ था जिसमें वर्तमान अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बलूचिस्तान, नेपाल और क‌ई क्षेत्र शामिल थे इस लेख में मौर्य साम्राज्य से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे –  मौर्य साम्राज्य का इतिहास, मौर्य साम्राज्य के शासक, मौर्य साम्राज्य की शासन व्यवस्था एवं मौर्य साम्राज्य की शासन व्यवस्था से संबंधित संपूर्ण जानकारी दी गई है।  मौर्य वंश से पहले मगध पर नंद वंश का शासन था उस समय मगध एक शक्तिशाली राज्य के रूप में उभरा जिसका शासन नंद वंश के शासक धनानंद के हाथों में था 325 ई. पूर्व में संपूर्ण उत्तर पूर्वी भारत पर सिकंदर का शासन था जब सिकंदर पंजाब पर चढ़ाई कर रहा था तब एक ब्राह्मण मगध के शासक को साम्रा...

20 जनवरी को देश विदेश इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं

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 शिक्षा डेस्क :- 21 जनवरी की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ असम का नेफा क्षेत्र 21 जनवरी, 1972 को केन्द्र शासित अरुणाचल प्रदेश बना था। तेहरान में अमेरिकी दूतावास में बंधक बनाए गए सभी लोगों को 21 जनवरी, 1981 को छुड़ाया गया था। 21 जनवरी, 1996 को इंडोनेशिया के सुमात्रा तट के पास यात्रियों से भरी नाव डूबने के कारण लगभग 400 लोगों की मौत हो गई थी। हांगकांग में सन 21 जनवरी, 2000 को एशिया के प्रथम 'स्लिट लिवर' का प्रत्यारोपण हुआ था। 1324 – तेंदई और शिंगोन के बीच जैन बौद्ध धार्मिक बहस हुए। 1522 – हेड इन्क्विज़िटर एड्रियन फ्लोरिस बोयेन्स ने पोप चुने गए। 1542 – अंग्रेजी संसद रानी कैथरीन हॉवर्ड के खिलाफ अटेंडर बिल पास किया। 1720 – स्टॉकहोम संधि पर पर्सिया और स्वीडन ने हस्ताक्षर किए। 1732 – रूस और फारस ने रिसाचा की संधि पर हस्ताक्षर किए। 1789 – विलियम हिल ब्राउन की पुस्तक ‘द पॉवर ऑफ सिम्पथी’ बोस्टन में छपी थी। 1840 – अंग्रेजी वर्णाक्षर टेलीग्राफ का पेटेंट विलियम कूक और चार्ल्स व्हीलस्टोन को दिया गया था। 1853 – लिफाफे मोड़ने वाली मशीन का पेटेंट रसेल हावेस ने करवाया था। 1865 – आज ही के दिन पहली बार एक तेल...

सिन्धु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल का वर्णन एवं महत्व

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  शिक्षा डेस्क : - शारीरिक रूप से आधुनिकता लिए हुए मनुष्य का प्रमाण भारतवर्ष के उपमहाद्वीप में 75,000 वर्ष पहले पाया गया। भारतवर्ष के इतिहास में दक्षिण भारत की अन्य सभ्यताओं का भी विवरण प्राप्त होता है। मध्य प्रदेश के भीमबेटका में पाए गये शैल चित्रों का समय काल 40,000 ई पू से 9,000 ई पू के मध्य माना गया है।  ऐसा माना जाता है कि यहाँ पर पहली बार स्थायी रूप से बस्तियों का निर्माण वर्ष 9,000 ई पू के आस पास हुआ था।  सिन्धु घाटी सभ्यता :- भारतवर्ष उपमहाद्वीप में कांस्य युग 3300 ईसा पूर्व के समय आया था और इसी समय से यहाँ पर सिन्धु घाटी सभ्यता का आरम्भ होता है।  यह सभ्यता सिन्धु नदी के किनारे विकसित हुई थी अतः इसे सिन्धु घाटी सभ्यता कहा जाता है। सिन्धु घाटी सभ्यता का प्रसार बहुत अधिक क्षेत्रफल में था जिसके अंतर्गत गुजरात का गंगा- यमुना दोआब तथा दक्षिणी पूर्वी अफगानिस्तान भी आता था।  सिन्धु घाटी सभ्यता विश्व के तीन प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है।  इसके साथ बाक़ी दो प्राचीनतम सभ्यताएं हैं, मेसोपोटामिया की सभ्यता और मिस्त्र की सभ्यता।  यह सभ्यता जनसंख्या के अनुस...

20 जनवरी की प्रमुख इतिहास की घटनाए

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शिक्षा डेस्क : - 20 जनवरी का इतिहास: आज के दिन की ऐसी महत्वपूर्ण घटनाएं जो हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गई, कुछ ऐसे व्यक्तित्व जिन्होंने पुरे विश्व में अपनी अलग पहचान बनाई तथा आज की तारीख में जन्मे या मृत्यु को प्राप्त हुए । आइये जाने ! आज के दिन देश और दुनिया में घटित मुख्य राजनितिक, ऐतिहासिक घटनाएँ ,वृतांत, ,नामचीन व्यक्तियों के जन्म और मृत्यु तथा आज के मुख्य त्यौहार एवं उत्सव की जानकारी हिंदी में 1860- डच सेना ने आज ही के दिन इंडोनेसिया के द्वीप सेलेब्स के वाटमपोन जीत हासिल की थी । 1887- अमेरिकी सीनेट ने आज ही के दिन पर्ल हार्बर को नोसेनिक अड्डा बनाने की अनुमति दी थी । 1892- पहली बार बास्केटबाल का खेल खेला गया था । 1920- अमेरिका में आज ही के दिन नागरिक स्वतंत्रता संघ की स्थापना हुई थी । 1925- जापान और सोवियत संघ के बीच सहयोग समझोता हुआ था । 1942- जापान ने बर्मा (वर्तमान का म्यामांर) पर आक्रमण किया था । 1950- दक्षिण अमेरिकी देश सूरीनाम नीदरलैंड से आज ही एक दिन आजाद हुआ था । 1957:-  प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, ट्रा...